रिपोर्ट : के .रवि ( दादा )
भारत के नेशनल इत्तेहाद मंच की टीम सोमवार प्रातः 10:00 बजे पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर . जनाब सुल्तान मोहम्मद खान से मिलने विश्वविद्यालय पहुंची थी . वहां सुबह 11:00 बजे से अपराह्न 2:00 बजे तक विश्वविद्यालय की वर्तमान परिस्थितियों पर बड़ी तफ़सीली गुफ्तगू हुई . नैशनल इत्तेहाद टीम के मुखिया जनाब . इस्माईल बाटलीवाला ने विश्वविद्यालय प्रशासन को आश्वस्त किया कि हमारी टीम यूनिवर्सिटी के अस्तित्व ,उसके पठन-पाठन, छात्रों के हितों और विश्वविद्यालय की धूमिल हो रही छवि पर रामपुर शहर के दीनी एदायरों, शैक्षणिक संस्थानों एवं गणमान्य जनों के बीच बैठकर गहन चिंतन- मंथन कर रही है .
इसपर वाइस चांसलर ने अपनी प्रतिक्रिया में बताया कि - विश्वविद्यालय का सीधे तौर पर किसी भी प्रकार के विवाद से कोई सरोकार नहीं है . मौलाना मोहम्मद अली जौहर और माननीय आजम खान के सारी विवाद न्यायालय में विचाराधीन है . विद्यालय प्रशासन का इस बात पर पूरा पूरा ध्यान है कि किसी भी तरह छात्रों के हितों को प्रभावित न होने दिया जाए . मैं नेशनल इत्तिहाद मंच के सरबराह श्री इस्माईल बाटलीवाला सहित टीम के श्री रामलखन चौरसिया, जीशान मलिक, एडवोकेट श्याम जी बौध्द, एडवोकेट शमशाद खान और मोहम्मद बशारत खान साहब का बेहद शुक्रगुजार हूं कि यह पूरी टीम विश्वविद्यालय के संकट के इस घड़ी में हमारे साथ खड़ी है . मैं रामपुर की अवाम से भी अपील करता हूं कि विश्वविद्यालय के ख़िलाफ़ जो भी अफवाहें फैलाई जा रही है , उससे लोगों को आगाह करें .
बातचीत के दौरान पता चला कि इधर इधर कुछ चंद वर्षों से बच्चों के एडमिशन के दौरान रामपुर और आस-पास के क्षेत्रों में जानबूझकर ऐसे माहौल पैदा किए जा रहे है ताकि छात्रों का प्रवेश कम से कम हो सके . आजम खान के विरोधियों का एक बड़ा तबका इस कोशिश में लगा हुआ है कि यहां के छात्र भयभीत होकर कैंपस छोड़कर हमेशा के लिए चले जाएं ताकि विश्वविद्यालय को बंद किया जा सके . इस्माईल बाटलीवाला ने चांसलर से सवाल किया के क्या इस विश्वविद्यालय में छात्रों से अधिक फीस ली जाती हैं ?
उसपर वाइस चांसलर ने बताया कि रामपुर से 100 किलोमीटर के रेंज में जितने भी प्राइवेट विश्वविद्यालय हैं आप हर जगह की फीस स्ट्रक्चर देख लें . मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय की फीस हर जगह से कम ही आंकी गई आपको नजर आयेगी .
बातचीत मुकम्मल होने के बाद टीम ने उन तीन स्थानों का निरीक्षण किया जहां प्रशासन द्वारा विश्व विद्यालय की बाउंड्री वॉल ध्वस्त किया गया है . टीम को इस तोड़फोड़ का औचित्यj समझ में नहीं आया . इसके बाद टीम ने विश्वविद्यालय के अंदर सारे विभागों को जाकर देखा परखा और समझने की कोशिश की .
ज्ञात हो के पिछले कई दिनों से सर्व धर्म समभाव को मद्दे नजर रखते हुए टीम के मुखिया जनाब इस्माईल बाटलीवाला जी देश के हर कोने जाकर जन जागृति कर अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं .