रिपोर्ट : के .रवि ( दादा )
महाराष्ट्र के कोकन के सिंधुदुर्ग जिले के वैभव वाड़ी तहसील के निवासी अपने भारत देश के लिए शहादत पाने वाले शहीद मेजर कौतुभ राणे को उनके जन्म दिन के अवसर पर सेना मेडल से सन्मानित किया गया है । यह मेडल उनकी वीर पत्नी कनिका राणे ने कारगिल युद्ध के हीरो और लश्कर उत्तर कमांडर प्रमुख वाय के जोशी के हाथों से उद्मपुर में लिया है |
2017 के जुलाई महीने में कश्मीर के जोखिम भरे स्थल से देश मे घुसने वाले दहशतगर्दो का खात्मा सफलता पूर्वक कर उस ऑपरेशन को सफल करने वाले कौस्तुभ राणे को 26 जनवरी 2018 को वीरता सेना मेडल से सन्मानित किया गया था।
7 अगस्त 2018 को कश्मीर के कौस्तुभ राणे गुरेझ सेक्टर में राष्ट्रीय रायफल 36 वी टुकड़ी में कार्यरत थे। उस समय मेजर कौतुभ राणे को खबर मिली कि 8 दहशतगर्द छुपे बैठे है , ऐसी खबर लगी थी . जिस पर उँन्होने तुरन्त एक्शन लेकर अपने मौजूदा साथियों के साथ हमला किया था .जिसके जवाबी ग्रेनाइट हमले में 29 वर्ष की आयु में कोस्तुभ राणे शाहिद हो गए .
शहीद मेजर कौतुभ राणे को दूसरी बार उनको उनके जन्म दिन पर सेना मेडल से सन्मानित किया गया है। गुरुवार को उद्मपुर में उनकी वीर पत्नी कनिका राणे ने यह मेडल स्वीकारा है।
86 शौर्य पदक,9 वीर नारी पुरस्कार प्रधान किये गए है।
उल्लेखनीय है कि कनिका राणे अक्टूबर 2019 से 11 महीने की ऑफिसर्स ट्रेनिग अकेडमी चैनई में ट्रेनिंग ले रही है वीर पत्नी
कनिका राणे सेप्टरम्बर 2020 में लेफ्टेन्ट बन जाएगी .