हरदा/भा.ज.पा के नगर मंडल अध्यक्ष द्वारा कांग्रेस के नेताओं पर अपराधीयांे को संरक्षण देने की बात कही गई है। यह गलत आरोप है। जिसमें सिद्धांत तिवारी को अपराधी बताया है वह मूल घटना हंडिया की है। जिसमें बिजली बिल को लेकर सिंद्धांत तिवारी एवं जे.ई. की बहस हो गई थी। तिवारी के द्वारा बिजली बिल जमा कर दीया गया था। जिसकी रसीद सलंग्न है। इसके बाद भी जे.ई. दुरभावनावस उसके व उसके परीवार के ऊपर झूठा अपराध पंजीबद्ध कराया गया। यही घटना बताने वह 28/02/2020 को पूर्व विधायक डॉ. दोगने के निवास पर अपने परीवारजनों के साथ आया था एवं पूर्व विधायक डॉ. दोगने को पूरे घटना क्रम से अवगत कराया। जे.ई. द्वारा घर पर आकर महिलाओं के साथ अभद्रता की एवं अपशब्दो का प्रयोग किया। जबकि तिवारी के द्वारा बिजली बिल जमा कर दिया गया था। सिंद्धांत तिवारी को आदतन अपराधी नही है और न ही उसका कोई पुराना आपराधीक रिकार्ड है। सम्मानजनक परिवार से आता है। जे.ई. विशाल मालवीय की मानसीकता शायद पुरानी भा.ज.पा. सरकार की है। जो इस तरह का उन्होने व्यवहार किया। पार्टी तिवारी परीवार के साथ है।
म.प्र. के मुख्यमंत्री मा. कमलनाथ जी द्वारा माफियाओं एवं गुण्डो के विरूध अभियान चलायाा जा रहा है। उससे भा.ज.पा. के नेता बौखला गए है। पूरा प्रदेश जानता है की भा.ज.पा पूर्व सरकार ने किस तरह गुण्डो और माफियाओं को संरक्षण दिया था। आज प्रदेश में बडे-बडे माफिया और गुंण्डे जेल की सलाखो के पिछे है। इसलिए मेरी भा.ज.पा. के नगर मंडल अघ्यक्ष श्री गुर्जर को सलाह है कि झूठे आरोप लगाना बंद करे पहले अपनी पार्टी के नेताओं का इतिहास देखे एवं उनके आपराधीक रिकार्ड देखे। पूर्व विधायक डॉ. दोगने ने न पहले किसी अपराधी को संरक्षण दिया था और न भविष्य में देगे। कृपा कर आप गलतफहमी में ना जिए वह जनता के सेवक है जनहित का मुद्दा हमेशा उठाते रहेंगे किसान गरीबों की लड़ाई लड़ते रहेंगे आपका काम आरोप-प्रत्यारोप लगाने का है लगाते रहिए लेकिन अपने गिरेबान में जरूर पहले झांक कर देख ले
भारतीय जनता पार्टी के नेता पहले अपने गिरेबान में झांके फिर आरोप-प्रत्यारोप किसी पर लगाए गोविंद व्यास