तेज लाऊडस्पीकर से कथा करने वाले कथा वाचक से परीक्षा देने वाले विद्यार्थी परेशान.....
भोजताल की नगरी भोपाल (आज़म खान)
भोजताल संवाददाता -भोपाल नयापुरा, कोलार रोड पर भागवत कथा आज से शुरू करने वालों की हिम्मत देखिए कि cbse कक्षा 10वीं की परीक्षा शुरू होने के ठीक एक दिन पहले लाउडस्पीकर लगाकर हद से ज्यादा तेज आवाज में उन्होंने कथा शरू की। सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक लगातार बजाते रहे क्योंकि वे अच्छी तरह से जानते हैं कि उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
उनका साथ चंद आर्थिक लाभ के कारण हमारे अपने ही देते हैं। इनका कई प्रकार से साथ देने वाले भूल जाते हैं कि आपने आज की पीढ़ी के बच्चों की पढ़ाई खराब करने की कोशिश की है, कल आपके बच्चों के साथ भी हो सकता है।
बहुत खुशी होती कि साथ देने वाले उन्हें जगह ही नहीं देते।
बहुत खुशी होती कि उन्हें किसी भी प्रकार की चीजें उपलब्ध नहीं करवाते।
बहुत खुशी होती कि हमारे जनप्रतिनिधि उन्हें बढ़ावा न देकर उन्हें शिक्षा के प्रति जागरूक करते।
और सबसे ज्यादा खुशी तब होती यदि पालकगण अपने बच्चों के भविष्य के लिए कुछ कदम उठाते। आज के युग में इतनी धर्मान्धता अच्छी नहीं। एक तरफ तो आप सब बच्चों की शिक्षा पर अपनी हैसियत से ज्यादा खर्च करते हैं, वहीं दूसरी ओर इस समस्या पर विचार भी नहीं करते।
शिक्षा, जो न सिर्फ हमारे लिए बल्कि हमारे देश के भविष्य के लिए बहुत ही जरूरी है, उसके प्रति पुलिस, प्रशासन और सरकार का उदासीन रवैया क्यों?
कई लोग अपने आपको समाजसेवी मानते हैं, लेकिन इस विषय को गंभीरता से नहीं लेते, यहाँ तक कि इस समस्या से संबंधित सोशल मीडिया की पोस्ट्स को like इस share करना भी जरूरी नहीं समझते।
कुछ धर्मान्ध लोग मेरी इस पोस्ट से नाराज़ हो सकते हैं लेकिन नाराज़ होने से पहले ये सोच लें कि पहले भी धार्मिक कार्यक्रम होते थे जिनमें सब बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते थे लेकिन वो बिना लाउडस्पीकर के होते थे और किसी अवसर पर होते थे। खासतौर पर परीक्षाओं के दिनों में तो नहीं होते थे।
वैसे तो उम्मीद कम है लेकिन फिर भी यदि ये पढ़कर कुछ विचार किया जाए हमारी आने वाली पीढ़ी की शिक्षा के लिए तो बहुत खुशी होगी।
(जैसा रहवासी विनय वाजपेयी व रश्मि वाजपेयी ने भोजताल की नगरी संवाददाता को बताया)