सोनभद्र की सोने की पहाड़ी में सांपो का जखिरा ? तीन हज़ार टन सोना मिला .रिपोर्ट :के .रवि ( दादा ) ,
सोना एक अनमोल , जरूरति जेवरात है जो कि आज के भाव में रिकॉर्ड तोड तेज़ी पकड़ गया . मसलन आज सोने कीमत बाजार में 44,020 के भाव से मिल रहा हैं .आज वैश्विक और दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 1500 रूपयो की छलांग लगा चुका हैं .तो दूसरी ओर हमारी सरकार काफी नसिबवान है ,के हमारे देश में वैज्ञानिक है जिनकी देश की अनमोल धरोहर को ढूंढने की खोज करते रहकर उसे सरकार को सौंपकर देश की उन्नति की बढ़ाते हैं .ठीक उसी तर्ज पर उत्तर भारत के सोनभद्र में जमीन को खोदते हुए यहां के वैज्ञानिको
को गुहे में करीबन साढ़े तीन हज़ार करोड़ रूपयों का यानी के साढ़े तीन हजार टन सोने का जखीरा हासिल हुआ .लेकिन जंहा सोना हासिल हुआ भी कई जातियों की जहरीले सांपो का जाखिरा भी इन खोजियो को मिला .जिस कारण वे सही ढ़ंग से अब खोज का काम नहीं कर सकते . जिससे केंद्र सरकार भी परेशान है . खोजियों को सोनभद्र में करीब दो जगह सोने का जखीरा मिला हैं .पर इन दोनो जगह पर भी सांपो का जखीरा एक फौज की टीम की तरह ही उस सोने के सुरक्षा कर्मी बनकर बैठे है . ज्ञात हो के सोनभद्र में यह जो सांपो का जखीरा है वह विश्वभर के जहरीले सांपो से भरा हुआ है .जिसमें कोब्रा , मन्यार ( common krait )
और घोनस ( daboia ) , जैसे सांपो का समावेश है . सोनभद्र के विढमगंज चोपन ब्लॉक में सबसे ज्यादा वह जहरीले सांप है .
इनमेंसे घोनस ( daboia ) ,
नामक सांप की प्रजाति को सबसे जहरीली प्रजाति मानी जाती हैं . यहां खोज शुरू करने से पहले हवाई आलेख किया गया . पहले ही जियो टगिंग के जांच शुरु कर दी गई थी . सोने से लदा पूरा पहाड़ ही सोनभद्र में मिलने की यह खुश खबर देश के लिए बरकत की बात हैं .
लेकिन और एक दुख़ की बात यह हैं के जियो लॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के जरिए हो रहे इस खदान के पनरा गांव पंचायत के करीबन ढाई सौ परिवार और हरदी पहाड़ी में खनन से पिंडरा दोहर ,व पिपरहवा गांव के दो सौ आदिवासी लोग बेघर यानी
विस्थापित होने वाले हैं .यदि ऐसा हुआ तो इन गोंड जाती के आदिवासियों के घरों के साथ साथ जो कुछ उनकी के बीघा जमीन है वह भी उनके हाथो से निकल जाएगी .हा यह हो कि राज्य सरकार मुआवजे के तौर पर कुछ नकद रक्कम जरूर अदा करेंगी .
सोनभद्र की सोने की पहाड़ी में सांपो का जखिरा ? तीन हज़ार टन सोना मिला .रिपोर्ट :के .रवि ( दादा ) ,