सरकारी व्यवस्था और वादे फिर देखो जमीन की हकीकत

 


बहराइच यूपी
रिपोर्ट डॉ शुभम मिश्र


सरकारी व्यवस्था और वादे फिर देखो जमीन की हकीकत 
अध्यापकों का आने का ना तो समय है और ना ही जाने
बच्चों का पेट काट रहे प्रधानाध्यापक की मिलीभगत से ग्राम प्रधान
रसोईया पर लगा रहे आरोप राशन में करें कटौती प्रधानाध्यापक
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि की दबंगई बच्चों के भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ फिर भी नहीं कर रहे देख रेख


अधिकारी कर्मचारी नहीं जाते हैं जांच करने की स्कूल और गांव आखिर क्यों


उत्तर प्रदेश के जनपद बहराइच ब्लाक फखरपुर ग्राम पंचायत बमियारी में ग्राम प्रधान विकास कार्य देखने को मिला


आज हमारा कैमरा उत्तर प्रदेश के जनपद बहराइच के ब्लाक फखरपुर में गांव भ्रमण के दौरान ग्राम पंचायत बमियारी पहुंचा देखने को मिला की विकास कार्य के नाम पर अवैध वसूली हो रही थी,, वही सरकारी राशन की दुकान पर राशन की कटौती, स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण कार्य ठेकेदारों के साथ शौचालय लाभार्थियों से पैसे लेकर ठेके से बनवाए,, फिर भी आधे अधूरे पड़े शौचालय खुले आसमान के नीचे में शौच जाने को मजबूर है ग्रामीण । फिर भी अधिकारी नहीं करते जाकर जांच *"आखिर क्यों"* प्रधान प्रतिनिधि रमाकांत पाठक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फखरपुर में अकाउंटेड के पद पर कार्यरत हैं ।
 आइए हम बात करते हैं विद्यालय की जहां पर सरकारी भवन तो बना है अध्यापक भी है लेकिन अध्यापक गप्पे मारने के लिए बच्चे कहीं और अध्यापक कहीं और बच्चे खेल रहे हैं अध्यापक आपस में खड़े होकर गप्पे मार रहे हैं वही ट्वेंटी-20 मैच का लुफ्त आनंद उठा रहा है गांव की महिला समूह सखी माधुरी मिश्रा आंगनबाड़ी केंद्र पर गई हुई थी जिनको सो के लिए कुछ दाल की जरूरत पड़ी उसके लिए उन्होंने स्कूल में रसोईया से दाल की मांग की तो रसोईया ने बदले में जवाब दिया की आज हमारे यहां तहरी बनी है और हमारे यहां दाल नहीं है इस विषय को लेकर वहां पर मौजूद अध्यापकों से बात की तो उन्होंने बताया की हमारे स्कूल में बुधवार और शुक्रवार को तहरी बनती है बुधवार को सुबह दूध और दोपहर में बच्चों को तहरी का भोजन दिया जाता है जब बात दाल की आई तो रसोईया राम गोपाल मिश्रा ने बताया कि हमारे गांव प्रधान हफ्ते में दो बार राशन देते हैं और हमको वही राशन पूरे हफ्ते चलाना होता है 1 दिन का 1 से 2 किलो आलू मिलता है जिससे हम 60 से 65 बच्चों का सब्जी बनाते हैं और तो और इतना कुछ देने के बाद भी हमारे गांव के प्रधान प्रतिनिधि रमाकांत पाठक पूछते भी हैं की अभी कल जो दिया था उसका क्या किया साहेब आपने बताओ हम का करी हमका जितना मिलत हैं हम वतना बनाए थे ओके बाद में प्रधान हमारे पर गुस्सा करत है मामला भी खत्म नहीं हुआ है देखिए बच्चों का भविष्य अध्यापक का एकजुट होकर ट्वेंटी-20 मैच का लुफ्त आनंद उठा रहे हैं वहीं दूसरी ओर बच्चे मैदान में खेलते हुए नजर आए इस विषय में जब अध्यापकों से जानकारी ली तो उन्होंने बताया अभी तो बच्चे बाहर निकले हैं इन सभी बातों को लेकर गांव की महिला समूह सखी पर दबाव दिया गया की दोबारा से हमारा स्कूल जहां से करने मत आना नहीं तो हमको जानते नहीं हो ।
अब देखना यह है की सरकार इनके खिलाफ कदम उठाती है या नहीं अभी तो मामला बाकी है वही विद्यालय से सटे हुए जगह पर पंचायत भवन और एनम केंद्र बना है जहां पर ना तो पंचायत भवन में कभी ग्राम विकास अधिकारी और पंचायत मित्र बैठे हैं और ना ही एवं केंद्र में दरवाजे का पता है जब एनम से एनम केंद्र के बारे में पूछा गया तो उनको अपने एनम केंद्र में दरवाजे का गिनती नहीं बता आखिर लगे हैं कितने दरवाजे ।


ब्यूरो रिपोर्ट बहराइच