*सरकार की संवेदनहीनता के विरोध में आज महिला अतिथिविद्वान करेंगी केशदान*
*अतिथिविद्वानों के पंडाल में दुखभरा माहौल, और पसरा रहा सन्नाटा*
दिवंगत अतिथिविद्वान संजय कुमार का अस्थिकलश शाहजहांनी पार्क स्थित अतिथिविद्वानों के पंडाल में मौजूद है। विगत दिवस अतिथिविद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा ने अपने दिवंगत साथी की याद में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया था। सभा मे स्व. संजय कुमार की पत्नी ने यह घोषणा की थी कि जबतक सरकार की
ओर से कोई प्रतिनिधि आकर उनकी समस्याओं का निराकरण नही करता है, वे धरने से नहीं उठेंगी। किन्तु सरकारी संवेदनहीनता की यह पराकाष्ठा है कि एक निरपराध अतिथिविद्वान ने सरकार द्वारा जनित आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या तक कर ली किन्तु शासन पर इसका कोई प्रभाव नही पड़ा। अतिथिविद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के संयोजक डॉ सुरजीत भदौरिया के अनुसार महिला
अतिथिविद्वानों ने सरकार की दिवंगत अतिथिविद्वान संजय कुमार की आत्महत्या पर कोई संज्ञान न लेकर उनका अपमान किया है। इस कारण से दुखी महिला अतिथिविद्वानों ने अपने सम्मान व अस्मिता के प्रतीक अपने केशों का त्याग करने का निर्णय लिया है। संजय कुमार का पूरा परिवार मय छोटे बच्चों के शाहजहांनी पार्क में धरने में बैठा है, किन्तु अब तक सरकार की ओर से इस संबंध में कोई खोज ख़बर नही ली है। सरकार का यह कदम बेहद दुर्भाग्यपूर्ण एवं हतोत्साहित करने वाला है। अपने साथी की असमय आत्महत्या एवं सरकार द्वारा इस संबंध में की जा रही लगातार निष्क्रियता से पूरा अतिथिविद्वान समुदाय अपने आप को आहत महसूस कर रहा है, तथा बेहद आक्रोशित है। इसके विरोध में आज महिला अतिथिविद्वान शाहजहांनी पार्क के पंडाल में अपने केश त्याग करके सरकार का विरोध करेंगी।
*सरकार की वादाखिलाफी से उपजा है असंतोष*
यदि प्रारम्भ से अतिथिविद्वानों केआन्दोलन का अध्ययन किया जाए तो यह तथ्य निकल कर सामने आता है कि अतिथिविद्वानों के असंतोष के मूल में कमलनाथ सरकार की अतिथिविद्वानों के नियमितिकरण में की जा रही अनावश्यक देरी व अब तक कोई स्पष्ट निर्णय नही लिया जाना ही प्रतीत होता है उस पर मंत्री जीतू पटवारी ने अब तक अपने भ्रामक बयानों से मामले को और उलझा दिया है। मोर्चा के संयोजक डॉ देवराज सिंह ने कहा है सरकार ने जो वादा किया है वो उसे निभाना पड़ेगा। यदि सरकार ने हमारी बातों पर विचार नही किया तो हम दिल्ली की ओर प्रस्थान करेंगे। जहां इस आंदोलन को दिल्ली तक विस्तारित कर कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाँधी व राहुल गांधी से मुलाकात कर सरकार की वादा खिलाफी के संबंध में बताया जाएगा।
सरकार की संवेदनहीनता के विरोध में आज महिला अतिथिविद्वान करेंगी केशदान*