परीक्षा नजदीक स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था चौपट,

 


शिक्षा विभाग के अधिकारियों,कर्मचारियों की लापरवाही के चलते छात्रों का भविष्य अधर में



परीक्षा नजदीक स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था चौपट,



मुरैना-------शिक्षा विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों की लापरवाही के चलते छात्रों का भविष्य अधर में जाते हुए नजर आ रहा है गौरतलब है कि परीक्षाएं नजदीक आने में कुछ ही दिन बाकी है लेकिन स्कूलों की व्यवस्थाएं चौपट नजर आ रही हैं ऐसा ही एक मामला शासकीय प्राथमिक विद्यालय पडावली का प्रकाश में आया है जहां पर प्रधानाध्यापक प्रभारी निहारिका दुबे तथा एक अतिथि शिक्षक 94 बच्चों के अध्यापन का कार्य कर रहे हैं लेकिन किसी कारण बस प्रधानाध्यापक प्रभारी के कहीं चले जाने के कारण अतिथि शिक्षक के भरोसे ही शासकीय प्राथमिक विद्यालय रहता है जिससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारी छात्रों के भविष्य के कितने शुभचिंतक नजर आते हैं जब कि यह गांव तत्कालीन सांसद अनूप मिश्रा द्वारा सांसद आदर्श ग्राम बनाया गया था जिसमें 23 मार्च 2015 को सांसद आदर्श मीटिंग में घोषणा की गई थी कि इस विद्यालय को शासकीय हाई स्कूल का दर्जा देकर बच्चियों को उच्च शिक्षा के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा लेकिन यह शासकीय माध्यमिक विद्यालय पडावली में शिक्षकों की व्यवस्था भी शिक्षा विभाग के लापरवाह अधिकारी कर्मचारी नहीं कर पा रहे हैं जबकि इस संबंध में कई बार जिला शिक्षा अधिकारी से चर्चा हो चुकी हैं लेकिन आज दिनांक तक शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा इस और किसी भी प्रकार का ध्यान नहीं दिया गया है जबकि शासकीय प्राथमिक विद्यालय पडावली में ही कल दिनांक 25 फरवरी 2020 को अतिथि शिक्षक सहित सभी शिक्षक नदारद थे तथा प्रधानाध्यापक प्रभारी अकेले ही विद्यालय में उपस्थित थे जबकि कल 26 फरवरी 2020 को प्रधानाध्यापक प्रभारी हरवीर सिंह एवं अतिथि शिक्षक एकता शर्मा मैडम गायब थी जब इस विषय में प्रधानाध्यापक प्रभारी हरवीर सिंह से कॉल पर चर्चा की गई तो प्रधानाध्यापक प्रभारी हरवीर सिंह द्वारा बताया गया कि तुम को क्या पड़ी है हम तो कहीं भी जाएं कुछ भी करें इससे आपको क्या लेना देना है इससे स्पष्ट होता है कि शासकीय प्राथमिक विद्यालय पडावली के शिक्षक अपनी मनमानी करने की हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं विचार करने योग्य बात यह है कि किस प्रकार से पढ़ेंगे बच्चे किस प्रकार से बढ़ेंगे बच्चे इस प्रकार शासकीय प्राथमिक विद्यालय पडावली एवं शासकीय माध्यमिक विद्यालय पडावली के छात्रों का भविष्य अधर में पड़ा हुआ है।



        इनका कहना है कि,


शिक्षकों की व्यवस्था होती नहीं है ट्रांसफर होकर के आए थे वह जगह सारी भर चुकी हैं जहां पर शिक्षकों की व्यवस्था नहीं है वहां पर अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था से काम लिया जाएगा अभी ट्रांसफरों पर बैन लगे हुए हैं शायद परीक्षाओं के बाद जब बैंन खुलेंगे तब शिक्षकों की व्यवस्था की जाएगी तब तक अतिथि शिक्षकों से ही व्यवस्था बनाई जाएगी।


      सुभाष शर्मा                    जिला शिक्षा अधिकारी
          मुरैना