मुरार में मंगल प्रवेष के दौरान धर्मसभा में राश्ट्रसंत मुनिश्री विहर्श सागर महाराज ने कहा कि
*जब हम बच्चों को समय से पहले बिगड़ने वाली सारी चीजें दे देते हैं।*
राष्ट्रसंत मुनिश्री विहर्ष सागर ससंघ का आज मुरार जैन समाज ने मंगल प्रवेश कराया.!
ग्वालियर-आज की पीढ़ी अपने संस्कार भूलती जा रही है। जब हम बच्चों को समय से पहले बिगड़ने वाली सारी चीजें दे देते हैं, उन्हें सुधरने वाले संस्कार क्यों नहीं दे सकते। आजकल के बच्चे आधुनिक उपकरणों को महत्व देने लगे हैं। यह विचार जैन राष्ट्रसंत मुनिश्री विहर्ष सागर महाराज ने आज बुधवार को मुरार स्थित दिगम्बर जैन पंचयाती मदिर में मंगल प्रवेश के दौरान धर्मसभा में व्यक्त किए।
मुनिश्री ने कहा आज चाहते सब हैं कि जब बचपन से ही हम उन बच्चों को टीवी के सहारे छोड़ देंगे। इसका छोटा भीम थोड़े ही आकर उन्हें यह बात सिखाएगा कि मां-बाप का सम्मान कैसे करना चाहिए। या कि डोरेमोन थोड़े ही सिखाएगा कि बड़ों का आदर कैसे करना चाहिए। उन्हें टीवी नहीं सिखाएगा कि धर्म की सेवा कैसे करनी चाहिए अपितु धर्म के संस्कार ही सिखाएगे कि मां-बाप और संत साधु की सेवा कैसे करना चाहिए। आप अपने बच्चों को इसी तरह टीवी या मोबाइल के सहारे छोड़ दोगे, तो तुम्हारा बच्चा कभी तुम्हारे लायक नहीं बन सकता। इसलिए सभी को चाहिए बचपन में जितना हो सके बच्चों को सही मार्ग दिखाएं। अच्छी राह की ओर प्रेरित करें जिससे उनका भविष्य सही दिशा में जाए। प्रवचन से पहले मदिर समिति, मुरार जैन समाज, पुलक जन चेतना मंच व महिला जागृति मच, जैन युवा सेवा मंडल, जैन युवा संगठन, जैन मिलन सिंद्धात आदि ने श्रीफल चढ़ाकर आशीवाद लिया।