मराठी नहीं पढ़ी तो होगा एक लाख रूपयों का जुर्माना : मुख्यमंत्री - उद्धव ठाकरे .

 के .रवि ( दादा) ,


अब महाराष्ट्र मेे सरकारी और निजी स्कूलों में भी मराठी अनिवार्य होगा .और यदि मराठी नहीं पढ़ी तो आपको एक लाख रूपयों का जुर्माना भरना पड़ेगा .साथ ही महाराष्ट्र मेे सभी   शिक्षा बोर्डो मेे 10 वी क्लास तक मराठी विषय  आदेशक कर दिया गया है . कल महाराष्ट्र के सत्र के विधान परिषद में मराठी भाषा मंत्री सुभाष देसाई ने यहां के स्कूलों में अध्ययन और अध्यापन के लिए मराठी भाषा आवश्यक करने के लिए एक समिति गठन करने का विधायक रखते हुए  कहा के मराठी भाषा को आवश्यक करने के लिए एक समिति गठित की गई थी .इस समिति ने कई राज्यों में  जनपदीय भाषा की पढ़ाई  कि.उसी रिपोर्ट पर शिक्षा विभाग और  राज्य के सभी शिक्षा बोर्डो से विचार  विवेचन करने के बाद सदन ने विधायक पारित किया . सभी बोर्ड मराठी भाषा को राज्य में अटल करने के लिए तैयार थे .इस विधायक को लाने के बाद सभी बोर्डो के अलावा mieb ,nios , igcse ,oriyental ,cise और cbse के सरकारी और निजी स्कूलों में मराठी पढ़ना अनिवार्य होगा मसलन अगले शैक्षिनिक साल 2020- 2021 से स्कूलों में आरंभिक   स्तर पर पहली कक्षा और अग्रवर्ती  आरंभिक व  माध्यमिक   स्तर पर छ्ठी  से दसवी कक्षा तक की मराठी भाषा  पढ़ाई  जाएगी .इस प्रस्ताव का खास कर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जी ने सच्चे दिल से स्वागत किया .