द हंड्रेड बक्स नामक यह फिल्म मुंबई के एक रात की कहानी है .जो कि एक ऑटो ड्राइवर और मोहिनी नामक एक वीरांगना के इर्द गिर्द घूमती है . वह वीरांगना पैसो को पाने के लिए पूरी रात ग्राहकों को खोजने के लिऐ संघर्ष करती रहती हैं .वह खुद का सौदा सिर्फ 100 रूपयो में पुलिस, राजनेता ,बिजनेस मैन आदि के साथ करती रहती हैै .यह फिल्म अं महिलाओं के जीवन और दुखो की कहानी है जो सिर्फ पैसे कमाने के लिए ऐसे साधनों का चयन करती है .फिर भी उन महिलाओं के संघर्ष का कोई अंत नहीं हैं . इस फिल्म की टीम ने कई फिल्मी समारोह के दौरों को अंजाम दिया है ., जिसमें उन्हें जबरदस्त सफल प्रतिक्रिया मिली हैं . विशेष रूप से मॉडल से अभिनेत्री बनी कविता त्रिपाठी की काफी तारीफ हुई है , जिन्होने इस फिल्म में मोहिनी नामक शक्तिशाली किरदार निभाया है ,साथ ही कवि दिनेश बावरा नायक का किरदार निभा रहे हैं .फिल्म के बारे में फिल्म के निर्देशक कहते है के इस
फिल्म। का लेखन हमारी पुत्री विष्णुप्रिया सिंह ने किया है . मुझे इस बात का आश्चर्य हुआ है के इतनी छोटीशि कम उम्र में ही इस तरह के दिल को छू लेने वाले विषय को चुनकर फिल्म यतार्थवादी और शानदार बना दिया .मुझे मेरी बेटी पर नाज आया और हमनें तय
किया के इस कहानी पर फिल्म बन सकती है .और फिल्म बनी जो प्रदर्शन के लिए तैयार है .इस फिल्म के मुख्य निर्माता है रजनीश राम पूरी ,और सह निर्माता हैं संदीप पूरी ,विभव तोमर ,प्रतिमा तोतला और रितु सिंह जी हैै .