वैश्य महासम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन हुआ संपन्न  

 


अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद महासम्मेलन का आयोजन हुआ सम्पन्न l


वैश्य समाज शासन सत्ता की बागडोर अपने हांथो में ले-डा. सुमंत गुप्ता l


 



लालगंज ( प्रतापगढ़ ) I अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद के आयोजक, संयोजक एवं समस्त पदाधिकारियों ने  एक जुट होकर एक सुर में कहा कि युवा साथियों को समाज के प्रति अच्छी सोच समाज को जागरूक कर समाज के कर्णधार बनने में अपना योगदान करें नीतिपूर्वक सोच और कार्य से वैश्य समाज को सशक्त कर एक नयी दिशा में हमारे युवा साथियों का अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद मंच स्वागत अभिनंदन करता है वहीं समाजवादी पार्टी की प्रदेश सचिव महिमा गुप्ता ने कहा कि महिलाओं को साक्षरता ,सशक्त ,आत्म निर्भर, शक्तिशाली, जिससे आज के समय में महिलाओं पर हो रहा अत्याचार, शोषण, बलात्कार, उत्पीड़न, महिलाओं और बेटियों पर हो रहे अत्याचार नाराजगी व्यक्त की वहीं अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. सुमंत गुप्ता ने कहा कि इस मुल्क को आजाद कराने में सर्वस्व न्यौछावर करने वाले वैश्य समाज के लोग आज शासन-सत्ता से विमुख होकर आर्थिक, राजनैतिक एवं सामाजिक पिछड़ेपन का दंश झेल रहे हैं। जबकि वैश्य समाज ही सच्चे रूप में राष्ट्रवादी है। यह बात आज सर्व वैश्य एकता परिषद के जनपद प्रतापगढ़ के अझारा लालगंज के गणेश उत्सव लान में आयोजित सम्मेलन के दौरान कहीं। उन्होने कहा कि प्रदेश मे बिग़डी कानून व्यवस्था का यदि कोई सर्वाधिक प्रताड़ना का शिकार है तो वह वैश्य समाज है। जब तक वैश्य समाज शासन-सत्ता की बागडोर स्वयं अपने हांथो मे नही लेगा तब तक जान-माल एवं व्यापार की सुरक्षा संभव नही है। उन्होने सभी स्वाजातीय बंधुओ से सामाजिक कुरीतियों का परित्याग कर संगठित होकर शासन सत्ता में भागीदारी हासिल करने को कहा । श्री गुप्ता ने कहा कि जिन राजनैतिक दलों द्वारा वैश्य समाज को सर्वाधिक भागीदारी प्रदान की जाएगी उन्हें ही वैश्य समाज का समर्थन हासिल होगा। सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए वैश्य एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. सुमंत गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में बिग़डी कानून व्यवस्था का सबसे अधिक दंश वैश्य एवं व्यापारी समाज झेल रहा है। लूटपाट, डकैती की घटनाओें से पूरे प्रदेश का वैश्य समाज एवं व्यापारी वर्ग भयांत है। उन्होने कहा कि आज देश में बहुसंख्यक होने के बावजूद अग़डे-पिछडे की दूरियां होने की वजह से वैश्य समाज संगठित नही हो रहा। जबकि सर्व वैश्य समाज की सर्वाधिक संख्या है। वही उन्होंने यह भी कहा कि वहीं धार्मिक, पौराणिक एवं ऐतिहासिक ग्रंथो में आज भी वैश्य समाज के त्याग बलिदान एवं जब-जब देश में संकटकालीन घड़ियां आयी। तब-तब तन-मन-धन से समाज की रक्षा करने में अहम् भूमिका का निर्वहन किया। उन्होने कहा कि आज दूषित राजनीति की वजह से सदियों से समाज में अग्रणी भूमिका निभाने वाला वैश्य समाज आज राजनैतिक, आर्थिक एवं सामाजिकस्तर से पिछड रहा है। जबकि इस देश में सदैव सामाजिक कुरीतियों का दंश झेलने वाले लोग संगठित होकर शासन सत्ता में भागीदारी ही नही बल्कि पूर्णरूप से सरकार का संचालन भी कर रहे हैं। उन्होने कहा कि वैश्य समाज अग़डा-पिछडा, दबा-कुचला का भेदभाव खत्म कर वैश्य एवं व्यापारी समाज एकजुट होकर शासनसत्ता मे भागीदारी हासिल करे। सभा को अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद के प्रवक्ता जय कौशल, जिला अध्यक्ष महिमा गुप्ता, तहसील अध्यक्ष ऊषा कौशल, वैश्य एकता मंच लालगंज के अध्यक्ष जगदीश कौशल, श्री चंद्र अग्रवाल, मिथिलेश जायसवाल प्रवक्ता ने सम्बोधित किया। इस मौके पर विक्रम कौशल, राजेश कौशल, सभासद रमेश कौशल, ओमप्रकाश गुप्ता, 
घनश्याम सांवरिया, शुभम जायसवाल, राहुल जायसवाल, मनीष जायसवाल, विनय जायसवाल, मनोज चौरसिया, राजेन्द्र गुप्ता, शशिकांत कौशल, आशीष कौशल, आंशू कौशल, कृपाल जायसवाल, बसंत लाल कौशल, ओम प्रकाश गुप्ता, विक्रम कौशल, रीशू कौशल, विनय जायसवाल, मनीष और देश प्रदेश से आये अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद के सदस्य व कार्यकर्ता हजारो की संख्या में लोग मौजूद रहे l