दमोह आरटीओ में लाइसेंस के नाम पर लोगों को ठगा जा रहा है। 

 


दमोह आरटीओ में लाइसेंस के नाम पर लोगों को ठगा जा रहा है। 


दमोह आरटीओ में लाइसेंस के नाम पर लोगों से ठगी की जा रही है आरटीओ में यदि कोई व्यक्ति स्वयं (बगैर दलाल) लाइसेंस बनवाने के लिए अप्लाई करता है जो उसके काम को दिन प्रति दिन लेट किया जाता है इसके अलावा आवेदन कर्ता से अधिकारियों के द्वारा गलत तरीके से बर्ताव किया जाता है। 


 दमोह आरटीओ में आवेदन कर्ता गुलाब पटेल ने 3/10/2019 को लर्निंग लाइसेंस की पहली फोटो खिचाई थी। 
इसके बाद आरटीओ के माध्यम से लर्निंग लाइसेंस की रिसिप्ट दी जाती है लेकिन गुलाब पटेल ने लाइसेंस के लिए स्वयं आवेदन किया था जिसके कारण उनकी रिसिप्ट को अधिकारियों के द्वारा दावा दिया गया। आरटीओ के चक्कर लगाते हुए 10 दिन हो गए है लेकिन किसी भी प्रकार की प्रक्रिया नहीं हो रही है जिसके बाद आवेदन कर्ता ने उच्च अधिकारी और 181 पर शिकायत करने की बात कही हो आरटीओ अधिकारियों ने डुप्लीकेट रसीद निकलवाने को कहा जिसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। 


आरटीओ में केवल उसी का लाइसेंस सही समय पर और सही सही जानकारी के साथ प्राप्त हो सकता है जो आरटीओ के कर्मचारियों के अधिकार क्षेत्र में रहकर बनवाते है या उन्हें हम दलाल भी कह सकते है। 
आज भी यह स्थिति व्याप्त है जब सरकार युवा को जागरूक कर आत्मनिर्भर बनने की बात करती है यदि सरकारी काम काज में ही इस प्रकार से अवरोध पैदा होने लगे तो कैसे आप कल्पना कर सकते है कि कोई व्यक्ति स्वतंत्र रूप से लाइसेंस बनवा सके या कोई अन्य कार्य करवा सके। 


यहां पर सभी अधिकारियों की मिलीभगत के कारण ही धांधली की जाती है और जनता को गुमराह करके पैसा बसूला जाता है। 


अभिषेक शेन , सोनू और संजय बाबू सभी कार्यों में अनदेखी कर रहे है।