ग्वालियर । परिवहन चेकपोस्ट चिरूला, दतिया के बाद चेकपोस्ट सिकन्दरा पर फिर से परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा की तूती बोल रही है। सूत्रों की मानें तो परिवहन निरीक्षक बाथम केवल नाम के हैं काम तो शर्मा जी के इशारों पर होना है। बताया जाता है कि मन माफिक स्टाफ न मिलने से सौरव शर्मा नाराज चल रहे हैं। एक आरक्षक का अघोषित चेकपोस्ट प्रभारी होने के पीछे उन्हें नोट प्रकाश भतीजा बताया जाता है, इसलिए उन्हें अंदर खाने मनाने की कोशिश भी की जा रही है।
गौरतलब है कि पूर्व परिवहन आयुक्त के कार्यकाल में शर्मा जी ने अपनी पोस्टिंग जहां भी कराई वहां चेकपोस्ट प्रभारी से लेकर निचला अमला वही तैनात हुआ जिसे शर्मा जी ने चाहा। ऐसा इसलिए भी था कि उस दौरान उनके तथाकथित चाचा नोट प्रकाश का ही बोल वाला था। लेकिन जैसे ही परिवहन आयुक्त के रूप में व्ही मधुकुमार ने विभाग की कमान संभाली तो नोट प्रकाश की भी वह चमक नहीं रही। परिवहन आयुक्त के बदलने के बाद पहले रोटेशन में इस बात की झलक तब देखने को मिली जब सिकन्दरा चेकपोस्ट पर शर्मा जी के मन का स्टाफ तो गया किंतु कुछ स्टाफ ऐसा पहुंच गया जो आरक्षक की आंखों में किरकिरी की तरह खटकता है। शायद उसी का परिणाम है कि तैनाती के बाद एक हेड साब को तो हटा भी दिया गया। सूत्रों के मुताबिक बाकी कुछ स्टाफ को भी हटवा कुछ दिनों में हटवा दिया जाएगा ताकि मनमानी को किसी की नजर न लगे और नोट प्रकाश की चमक को बरकरार रखा जा सके।
चिरूला के बाद परिवहन आरक्षक सिकंदरा का सिकंदर !