बंद फैक्ट्रियों से मालिक ही निकाल कर ले जा रहे मशीनरी लोहा और कीमती सामान


बंद फैक्ट्रियों से मालिक ही निकाल कर ले जा रहे मशीनरी लोहा और कीमती सामान
प्रशासन को नहीं हे खबर


*मालनपुर*/ औद्योगिक क्षेत्र में बंद पड़े कारखानों मैं  आए दिन चोर तो चोरी कर ही रहे हैं  लेकिन बंद पड़े कारखानों के प्रबंधन भी कबाडियो के हाथों मशीनरी लोहा विक्रय कर करोड़ों के गेम कर लेते हैं और चोरी होने की शिकायत दर्ज कर पल्ला झाड़ लेते हैं और देनदारियों  से बचते नजर आते हैं यहां यह बता देना जरूरी होगा कि अधिकतर बंद फैक्ट्रियों पर वाणिज्य कर विभाग, उद्योग विभाग, श्रम विभाग, विद्युत विभाग, राजस्व विभाग ,एवं वित्तीय संस्थाओं की करोड़ों की देनदारियां बकाया है वाणिज्य कर विभाग ने बंद पड़ी कुछ कंपनियों को कुर्क कर रखा है लेकिन उनकी देखरेख के लिए सुरक्षाकर्मी को नहीं रखा गया है फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा  तैनात सुरक्षाकर्मियों पर भरोसा जताकर देखरेख के लिए छोड़ दिया जाता है उसी का फायदा उठाकर प्रबंधन और अधिकारी सांठगांठ कर कबाडियो के हाथों मशीनरी लोहा विक्रय कर करोड़ों के गेम कर लेते हैं सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि इस काम में स्थानीय प्रशासन और पुलिस का भी बराबर सहयोग रहता है ऐसा ही एक मामला बुधवार को बरसों से बंद पड़ी संभव इंडस्ट्रीज फैक्ट्री में देखने को मिला स्थानीय मीडिया कर्मियों को फैक्ट्री से मशीनरी लोहा और कीमती सामान को लोडिंग वाहनों में लोड कर ले जाने की भनक लगी तो मौके पर पहुंचे और माल को लोड करा रहे व्यक्ति जिसने अपना नाम प्रताप भानू सिंह बताया और खुद को कंपनी मैनेजर बताया उक्त व्यक्ति से कंपनी से माल ले जाने के संबंध में पूछताछ की तो कुछ भी जानकारी नहीं दे सका इस संबंध में गोहद एसडीएम आर ए प्रजापति से मोबाइल पर जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि हमें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है ना ही हमने फैक्ट्री से सामान ले जाने की अनुमति किसी को दी है और ना ही मुझे प्रबंधन द्वारा संबंधित विभागों के चुकता प्रमाण पत्र दिखाए गए है और इस संबंध में थाना प्रभारी के मोबाइल  पर भी संपर्क किया तो वह भी जानकारी देने से बचते नजर आए और दो लोडिंग वाहनों में भरा हुआ सामान थाने के सामने से निकलते हुए चला गया बाकी बंद पड़े कारखानों का भी यही हाल है कुछ कारखानों का तो नामोनिशान ही मिट चुका है बची है तो बस जमीन